ताना बाना

TANA BANA

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शुक्रवार, 28 मई 2021

वो सुबह कभी तो आएगी...*

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आजकल आसमान में रोशनी कुछ ज्यादा है हाथ छुड़ाकर हड़बड़ी में लोग दौड़ कर सितारे बनने की जाने कैसी होड़ में शामिल हुए जा रहे हैं ? धरा   पर   अ...
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मंगलवार, 27 अप्रैल 2021

साँसों की कालाबाज़ारी

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  न्यूज़ पढ़ कर अंदर तक हिल गई हूँ। पहले पेशेन्ट के घरवालों से रेमडेसिविर का इंजेक्शन मंगाया जिसे घर वाले किसी तरह भारी दाम चुका कर लाए और क...
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रविवार, 25 अप्रैल 2021

पाती राम जी को-

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 जै राम जी   पूजा कह रही हैं राम जी को चिट्ठी लिखो हमने कहा नहीं मन हमारा पूछ रही है क्यों भाई? अब क्या बताएं क्यों? सभी ने तो पुकार लिया मन...
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मंगलवार, 20 अप्रैल 2021

हे शिव शम्भु...!

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  ये कैसी लीला त्रिपुरारी ये कैसा ताँडव भोले भयभीत हैं मन आज असहाय हर जन त्रस्त तन- मन ! पड़ी विपदा भारी है कैसी ये मजबूरी कोई भी साथ नहीं  ...
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शुक्रवार, 16 अप्रैल 2021

शरबती बुआ - (दहलीज से परे...! )

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कह दो अंधियारों से  कहीं और जाकर दें दस्तक  अभी तो  दिए में तेल बाकी है अभी तो लौ मेरी जगमगाती है...!! मेरी उन आदरणीया पुरखियों की जिंदगी सद...
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मंगलवार, 13 अप्रैल 2021

दहलीज से परे...!

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बेशक ... उनके पाँवों के नीचे  ज़मीनें संकरी थीं और सिर पर सहमा सा आसमाँ छाया था चहुँओर  तिमिर घनघोर  पथ अनचाहा राह अनजानी पर उनके पास पंख थे...
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बुधवार, 7 अप्रैल 2021

पाती ताताजी के नाम

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                            आज ताताजी का जन्मदिन💐💐💐 पूज्य ताताजी 🙏 याद करती हूँ जब भी आप को तो स्मृतियों में मोंगरा  महक उठता है। आप सुब...
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उषा किरण
तूलिका और लेखनी के सहारे अहसासों को पिरोती रचनाओं की राह की एक राहगीर.
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