ताना बाना

TANA BANA

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रविवार, 27 जुलाई 2025

तो अभी…!!

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  यदि तुमको मुझे कुछ कहना है  तो कह लो अभी जो भी नफरत, प्यार या लड़ाई  लानत- मलामत चाहते हो  तो कह डालो, कर डालो  सब कुछ जो भी शिकायतें हैं ...
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सोमवार, 14 जुलाई 2025

कुछ हट कर ….

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  दो तरह के सोचने के तरीके हैं- कन्वर्जेन्ट थिंकर और डाइवर्जेंट थिंकर, जो लोगों की समस्या-समाधान और रचनात्मकता में अलग-अलग दृष्टिकोण को दिखा...
मंगलवार, 8 जुलाई 2025

कीमत ( लघुकथा)

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हरे धनिए का डिब्बा खोला तो देखा काफी सड़ा पड़ा था। मेरी त्योरियाँ चढ़ गईं। कल ही तो आया था, गुड्डू से कहा था, जा भागकर एक गड्डी हरा धनिया ले...
1 टिप्पणी:
शनिवार, 5 जुलाई 2025

गरीब ( लघुकथा)

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कोरोना के कारण दो साल तक आर्यन की बर्थडे पर कोई नहीं जा सका था तो मानसी ने इस बार सबको फोन पर जोर देकर कहा कि इस बर्थडे पर सबको  जरूर आना है...
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भ्रम (लघुकथा)

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                      सर्द कोहरे से भरी सुबह…जीवन के खो गए पृष्ठ को तलाशती सी दीपा बयालीस सालों बाद फिर से उसी शहर के, उसी पार्क के, गुलमोहर...
रविवार, 8 जून 2025

मन के अंधेरे

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पिछले दिनों जापान जाना हुआ तो पता चला कि सबसे ज्यादा सुसाइड करने वाले देशों में जापान भी है।डिप्रेशन एक बेहद खतरनाक बीमारी है। पिछले दिनों इ...
8 टिप्‍पणियां:
सोमवार, 2 जून 2025

जापान मेरे चश्मे से

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   एकदम साफ- सुथरा अनुशासित शहर। न सड़कों पर कूड़ा न सड़कों पर चीख- पुकार मचाते लोग।कई अन्य देशों की यात्राओं में देखा लोग यहाँ तक कि बच्चे ...
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उषा किरण
तूलिका और लेखनी के सहारे अहसासों को पिरोती रचनाओं की राह की एक राहगीर.
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