ताना बाना
TANA BANA
(यहां ले जाएं ...)
Home
▼
मंगलवार, 22 मई 2018
सच कहना !
ए चाँद सच कहना
देखो ,झूठ न बोलना
कल
छिटकी देखी तुम्हारी
चांदनी से बुनी चूनर
तारों की पायल
मैंने भी उठ
एक दीप जलाया
मेरा नन्हा सा मन
हुलसा उठा
बस तभी से
गुम हो तुम
सच कहना
तुम जल गए न
हाँ चाँद
जल गए हो तुम !
__ उषा किरण
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें