TANA BANA
चार पंक्तियों में कितनी गहरी और यथार्थ बात कह गयी आप। प्रिय उषा जी सामाजिक हो या राजनीतिक या बात रिश्ते की हो हर संदर्भ में आपकी पंक्तियाँ सटीक बैठ रही।सादर।
आपने कितनी गहराई से बात को पकड़ा...बहुत शुक्रिया 😊🌹
मेरी रचना साझा करने के लिए बहुत शुक्रिया 😊
चार पंक्तियाँ और जीवन का अर्थ ... बहुत खूब ...होली की हार्दिक शुभकमनाएं ...
बहुत धन्यवाद!
आपको भी होली की बहुत शुभकामनाएँ...शुक्रिया 😊
यही खेल है। बहुत खूब अभिव्यक्ति। होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
शुक्रिया...आपको भी होली की बहुत शुभकामनाएँ ।
यह खेल है और कुछ ऐसा ही जीवन
सही कहा आपने अनीता जी...शुक्रिया
आज कल सब अप्रत्यक्ष रूप से यही खेलना चाहते ।चार पंक्तियों में इंसान की फितरत बता दी । बहुत खूब ।
बहुत शुक्रिया ।
लाजवाब, बेहतरीन ,जबरदस्त ,बहुत खूब , सादर नमन
बहुत शुक्रिया...😊🙏
चार पंक्तियों में कितनी गहरी और यथार्थ बात कह गयी आप।
जवाब देंहटाएंप्रिय उषा जी सामाजिक हो या राजनीतिक या बात रिश्ते की हो हर संदर्भ में आपकी पंक्तियाँ सटीक बैठ रही।
सादर।
आपने कितनी गहराई से बात को पकड़ा...बहुत शुक्रिया 😊🌹
हटाएंमेरी रचना साझा करने के लिए बहुत शुक्रिया 😊
जवाब देंहटाएंचार पंक्तियाँ और जीवन का अर्थ ...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ...
होली की हार्दिक शुभकमनाएं ...
बहुत धन्यवाद!
हटाएंआपको भी होली की बहुत शुभकामनाएँ...शुक्रिया 😊
जवाब देंहटाएंयही खेल है।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब अभिव्यक्ति। होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
शुक्रिया...आपको भी होली की बहुत शुभकामनाएँ ।
हटाएंयह खेल है और कुछ ऐसा ही जीवन
जवाब देंहटाएंसही कहा आपने अनीता जी...शुक्रिया
हटाएंआज कल सब अप्रत्यक्ष रूप से यही खेलना चाहते ।
जवाब देंहटाएंचार पंक्तियों में इंसान की फितरत बता दी । बहुत खूब ।
बहुत शुक्रिया ।
जवाब देंहटाएंलाजवाब, बेहतरीन ,जबरदस्त ,बहुत खूब , सादर नमन
जवाब देंहटाएंबहुत शुक्रिया...😊🙏
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