जाकर मिल भी लो दिल के करीब हैं जो
आज, कल, परसों पर टालते ही मत रहो
निकालो कुछ वक्त, हाथों में हाथ थाम
प्यार की फुहारों में भीग लो कुछ वक्त
क्या पता कल फिर वक्त मिले न मिले
हो सकता है किसी को तुम्हारा इंतजार हो
हो सकता है तुमको किसी का इंतज़ार है
पर वक्त तो तुम्हारा इंतजार नहीं करता
उसका तो फंदा अपने वक्त पर तैयार है
तुम टाल सकते हो,वक्त कभी नहीं टलता
और तुम दिल में टीस दबाए हाथ मलते
एक दिन शामिल होगे उसकी शोक सभा में
और बुदबुदाओगे भारी मन और भरे गले से
माफ करना दोस्त आ नहीं सका बस…
अफसोस से भरे बेचैनी में तड़पते हुए
इसके सिवा और क्या बचेगा कहने को-
ॐशान्ति…ॐशान्ति…ॐशान्ति 🙏💐
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-उषा किरण
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज रविवार 4 सितम्बर, 2022 को "चमन में घुट रही साँसें" (चर्चा अंक-4542) (चर्चा अंक-4525)
जवाब देंहटाएंपर भी होगी।
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कृपया कुछ लिंकों का अवलोकन करें और सकारात्मक टिप्पणी भी दें।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
हार्दिक आभार 🙏
हटाएंसही भाव। कभी तो यह भी पता नहीं चलता किसको किसका इंतज़ार है और वक्त गुजर जाता है।
जवाब देंहटाएंजी वही तो…कई बार समझने से पहले ही पटाक्षेप हो जाता है एर हम बस अफसोस करते रह जाते हैं…हार्दिक आभार!
हटाएंबहुत ख़ूब !
जवाब देंहटाएंरिश्ते-नाते बनाए रखने के लिए कबीरदास की सलाह -
'काल करे सो आज कर, आज करे सो अब्ब'
पर अमल करना चाहिए.
सही कह रहे हैं आप…बहुत शुक्रिया
हटाएंआपकी लिखी रचना सोमवार 5 सितम्बर ,2022 को
जवाब देंहटाएंपांच लिंकों का आनंद पर... साझा की गई है
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
संगीता स्वरूप
हार्दिक आभार 🙏
हटाएंवज़ह लाख़ हो मसरूफ़ियत के
जवाब देंहटाएंअश्क़ जितने बहा लो कैफ़ियत के
मिलने के लिए एक बहाना काफी था
साँस टूटने के बाद याद आया हमें
हाल पूछ ही न पाये उनके ख़ैरियत की...।
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सस्नेह।
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उफ्…कितनी सुन्दर पंक्तियाँ…👏👏😊
हटाएंबहुत सटीक... समय निकाल कर मिल लेना ही चाहिए अपनो को वरना अफसोस ही रह जायेगा ।
जवाब देंहटाएंलाजवाब सृजन ।
बहुत शुक्रिया
हटाएंसुंदर सटीक सहज चिंतन देता सृजन।
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार
हटाएंयदि यही जान ले कोई तो शायद रिश्तों की सभी गाँठे खुल जाएँ।एक भावपूर्ण अभिव्यक्ति।हार्दिक आभार उषा जी 🙏
जवाब देंहटाएंबहुत शुक्रिया…सही कहा आपने 👌
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