चलो चिट्ठी लिखते हैं
तुम मुझे लिखना
मैं तुमको लिखूँगी
अत्र कुशलम् तत्रास्तु
से शुरू करेंगे
और अन्त में
बड़ों को प्रणाम
छोटों को प्यार लिखेंगे
और बीच में
ढ़ेरों सतरंगी रंग भरेंगे
फिर प्यार से
होठों पर टिका
जीभ से नमी दे
लिफ़ाफ़ा बन्द कर
उस पर तेरा नाम और
डायरी में ढूँढ कर
पता लिखेंगे
फिर चौखट पर टिक
कई दिनों तक
बेसब्री से
जवाब का इंतजार करेंगे
और इस तरह
कई दिन तक हम
एक दूसरे के
खयालों की खुशबू में
भीगे रहेंगे...!!
- उषा किरण
बहुत खूब ...अंदाज़ अच्छा है !
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर एक वक् इसी तरह से पत्रों को लिखा जाता था ।आदरणीया शुभकामनाएँ,
जवाब देंहटाएंसतरंगी रंग बिखर रहा है इस चिट्ठी से ... अति सुंदर ।
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